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RBSE 10th model paper 2024
प्रश्न 1. निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चयन कर उत्तर पुस्तिका में नोट करें –
(A) चींटी के डंक में निम्न में से कौन सा अम्ल पाया जाता है
(a) एसिटिक अम्ल
((b) साइट्रिक अम्ल
(c) मेथेनोइक अम्ल
(d) ऑक्जेलिक अम्ल
उत्तर :- एसिटिक अम्ल
(B) जल का विद्युत अपघटन करने पर कौन सी गैस प्राप्त होती हैं
(a) ऑक्सीजन
(b) नाइट्रोजन
(c) हाइड्रोजन व ऑक्सीजन
(d) हाइड्रोजन
उत्तर :- हाइड्रोजन व ऑक्सीजन
(C) अधिकांश कोशिकीय प्रक्रमो के लिए ऊर्जा मुद्रा का कार्य करता है
(a) माइट्रोकांड्रिया
(b) सीएमपी
(c) एटीपी
(d) ग्लूकोज
उत्तर :- एटीपी
(D) उभयधर्मी ऑक्साइड है
(a) कॉपर ऑक्साइड
(b) पोटेशियम ऑक्साइड
(c) सोडियम ऑक्साइड
(d) जिंक ऑक्साइड
उत्तर :- जिंक ऑक्साइड
(E) कौन सा हार्मोन शरीर को लड़ने के लिए या भाग जाने के लिए तैयार करता है
(a) एड्रीनलिन
(b) इंसुलिन
(c) हिमोग्लोबिन
(d) थायरोक्सिन
उत्तर :- एड्रीनलीन
(F) मानव में श्वसन वर्णक का कार्य करता है
(a) हिमोग्लोबिन
(b) लेग हिमोग्लोबिन
(c) हीमोसायनिन
(d) मिलेनीन
उत्तर :- हिमोग्लोबिन
(G) इंसुलिन का कार्य है
(a) रक्त में शर्करा स्तर का नियमन
(b) हार्मोन स्त्राव को नियंत्रित करना
(c) लैंगिक अंगों का विकास
(d) वृद्धि प्रेरित करना
उत्तर :- रक्त में शर्करा स्तर का नियम
(H) विद्युत परिपथ में धारा का मापन करने वाला उपकरण है
(a) वोल्ट मीटर
(b) अमीटर
(c) ओम मीटर
(d) धारा नियंत्रक
उत्तर :- अमीटर
(I) किसी चालक का विशिष्ट प्रतिरोध निर्भर करता है
(a) चालक के पदार्थ पर
(b) चालक की लंबाई पर
(c) चालक के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल पर
(d) चालक की आकृति पर
उत्तर :- चालक के पदार्थ पर
(J) घरों में विद्युत शक्ति की आपूर्ति जिन तारों से की जाती है वह कहलाते हैं
(a) उदासीनतार
(b) फ्यूज तार
(c) मेंस
(d) विद्युन्मय तार
उत्तर :- मेंस
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(A) मस्तिष्क का ………….. भाग शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है
उत्तर :- मस्तिष्क का अनुमस्तिष्क भाग शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है।
(B) पेप्सिन पाचक एंजाइम है जो………… का पाचन करता है
उत्तर :- पेप्सिन पाचक एंजाइम है जो प्रोटीन का पाचन करता है।
(C) विद्युत आवेश के प्रवाह की दर को ……….. कहां जाता है
उत्तर :- विद्युत आवेश के प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहा जाता है।
(D) वह पदार्थ जो जैविक प्रक्रम द्वारा अपघठित हो जाते हैं………… वह कहलाते हैं
उत्तर :- वह पदार्थ जो जैविक प्रक्रम द्वारा अपघठित हो जाते हैं जैव निम्नीकरण पदार्थ कहलाते हैं
(E) गोलीय दर्पण के परावर्तक पृष्ठ के केंद्र को दर्पण का…………. कहां जाता है
उत्तर :- गोलीय दर्पण के परावर्तक पृष्ठ के केंद्र को दर्पण का ध्रुव कहा जाता है।
प्रश्न 3. अतिलघुत्तरात्मक प्रश्न ( प्रश्नों का उत्तर एक शब्द में या फिर एक पंक्ति में दीजिए )
(a) टमाटर में कौन सा अम्ल पाया जाता है
पुत्तर :- टमाटर में ऑक्जेलिक अम्ल पाया जाता है।
(b) रंध्रों को खोलने वह बंद करने का कार्य किसका होता है
उत्तर :- यह सब कार्य द्वार कोशिकाओं द्वारा किया जाता है।
(c) कौन सा ग्राही अंग संतुलन से संबंधित होता है
उत्तर :- अंत कर्ण ग्राही अंग संतुलन से संबंधित होता है
(d) पोषण के आधार पर कीट कैसे जीव होते हैं
उत्तर :- पोषण के आधार पर कीट प्राथमिक उपभोक्ता होते हैं
(e) किस संयोजन में तुल्य प्रतिरोध का मान अधिकतम होता है
उत्तर :- श्रेणी क्रम में तुल्य प्रतिरोध का मान अधिकतम होता है
(f) किस सूक्ष्म जीवाणु द्वारा गंगा का जल संदूषित हो ना बताया गया है
उत्तर :- कोलीफॉर्म जीवाणु द्वारा गंगा का जल संदूषित होना बताया है
लघु उत्तर आत्मक प्रश्न – प्रश्न 4 से 16 के उत्तर लिखिए ( शब्द सीमा 50 शब्द )
प्रश्न 4. उपचयन एवं अपचयन अभिक्रिया से क्या तात्पर्य है
उत्तर :- किसी अभिक्रिया में ऑक्सीजन के योग व हाइड्रोजन के निकलने की प्रक्रिया को उपचयन अभिक्रिया कहा जाता है इसका दूसरा नाम ऑक्सीकरण अभिक्रिया भी है तथा किसी अभिक्रिया में हाइड्रोजन के योग और ऑक्सीजन के निकलने की प्रक्रिया को अपचयन अभिक्रिया कहा जाता है
प्रश्न 5. तेल एवं वसा युक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित किया जाता है क्यों?
उत्तर :- तेल एवं वसा युक्त खाद्य पदार्थों को कम सक्रिय गैस नाइट्रोजन से इसलिए प्रभावित किया जाता है ताकि उनका उपचयन ना हो सके अन्यथा उनका ऑक्सीजन की उपस्थिति के कारण उपचयन होने पर वह विकृत गंदी हो जाते हैं और उनके स्वाद एवं गंद में परिवर्तन हो जाता है।
प्रश्न 6. लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?
उत्तर :- लोहे की वस्तुएं अम्ल नमी आदि के संपर्क में आकर संचारित होने लगती हैं तथा उन पर लालिमायुक्त भूरे रंग के परत चढ जाती हैं इसे लोहे पर जंग लगना करते हैं इसके कारण लोहे की वस्तुएं नष्ट होने लगती हैं इन्हें नष्ट होने से बचाने के लिए उन पर हम पेंट करते हैं क्योंकि पेंट करने से लोहे के पदार्थ की ऊपरी सतह खुली नहीं रहती हैं वह वायु के साथ सीधे संपर्क में नहीं आती जिसके कारण उसमें जंग नहीं लगता इसलिए लोहे की वस्तुओं में पेंट किया जाता है।
प्रश्न 7. अम्ल का जलीय विलियन क्यों विद्युत का चालन करता है?
उत्तर :- अम्ल का जलीय विलियन विद्युत का चालन इसलिए करता है क्योंकि अम्ल जलीय विलियन हाइड्रोजन का धनात्मक आयन देते हैं और हाइड्रोजन के धनात्मक आयन के कारण ही विद्युत का चालन होता है।
प्रश्न 8. आसुत जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता जबकि वर्षा का जल होता है?
उत्तर :- आसुत जल में विद्युत का चालन नहीं होता है क्योंकि आसुत जल उदासीन होता है इस कारण इसमें आयनों का निर्माण नहीं होता है आयनों के कारण ही विद्युत का चालन होता है जबकि वर्षा के जल में अम्ल पाया जाता है इस कारण वर्षा का जल विद्युत का चालक होता है।
प्रश्न 9. धातु और अधातु में अंतर बताओ
उत्तर :- धातु विद्युत की सुचालक होती हैं जबकि अधातु विद्युत की कुचालक होती हैं धातु चमकीली होती हैं जबकि अधातु चमकीली नहीं होती है धातु कठोर होती हैं जबकि अधातु कठोर नहीं होती हैं धातु कमरे के ताप पर ठोस अवस्था में पाई जाती हैं जबकि अधातु कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में पाई जाती हैं।
प्रश्न 10. कॉपर पर हरे रंग की परत क्यों छठ जाती हैं?
उत्तर :- कॉपर वायर में उपस्थित आद्र कार्बन डाइऑक्साइड के साथ अभिक्रिया करते हैं जिससे इसकी सतह भूरे रंग की चमक धीरे-धीरे खत्म हो जाती हैं और इस पर हरे रंग की परत चढ़ जाती हैं और यह हरा पदार्थ बेसिक कॉपर कार्बोनेट होता है।
प्रश्न 11. कारण बताइए-
(a) प्लैटिनम सोना एवं चांदी का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है क्यों
उत्तर :- क्योंकि यह धातुएं वायु एवं जल से क्रिया नहीं करती हैं एवं सक्षारित नहीं होती हैं तथा यह चमकीले भी होती हैं।
(b) सोडियम पोटैशियम एवं लिथियम को तेल के अंदर संग्रहित किया जाता है
उत्तर :- क्योंकि सोडियम पोटेशियम और लिथियम अधिक क्रियाशील धातु होती हैं इन्हें वायु में खुला छोड़ने पर यह आग पकड़ लेती है।
प्रश्न 12 अवतल दर्पण के उपयोग बताइए
उत्तर :- अवतल दर्पण का उपयोग सामान्यता टॉर्च का शक्तिशाली समांतर किरण पुंज प्राप्त करने के लिए किया जाता है
2. इसे प्राय चेहरे का बड़ा प्रतिबिंब देखने के लिए सेविंग दर्पण के रूप में भी प्रयोग किया जाता है
3. दंत विशेषत अवतल दर्पण का उपयोग मरीजों के दांतो का बड़ा प्रतिबिंब देखने के लिए भी करते हैं
प्रश्न 13. निकट दृष्टि दोष के बारे में समझाओ
तर :- निकट दृष्टि दोष में पास में रखी वस्तुएं तो साफ दिखाई देती हैं लेकिन दूर रखी वस्तुएं साफ दिखाई नहीं देती हैं ऐसे दोष को निकट दृष्टि दोष कहा जाता है ऐसे दोष युक्त व्यक्तियों का दूर बिंदु अंत पर ना होकर नेत्र के निकट आ जाता है उचित क्षमता के अवतल लेंस का उपयोग कर इस दोष को दूर किया जा सकता है
प्रश्न 14. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक बंद वक्र होती है समझाइए कैसे?
उत्तर :- किसी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा वह मानी जाती है जिसके अनुदिश दिकसूची उत्तर ध्रुव उस क्षेत्र के भीतर गमन करता है इसलिए परिपाटी के अनुसार चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं चुंबक की उत्तर ध्रुव से प्रकट होती है तथा दक्षिण ध्रुव पर विलीन हो जाती हैं लेकिन चुंबक के भीतर चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की दिशा उसके दक्षिण से उत्तर की ओर हो जाती हैं इसलिए चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं का एक बंद वक्र होती हैं।
प्रश्न 15. संसाधनों के दोहन के लिए कम अवधि के उद्देश्य के परियोजना के क्या लाभ हो सकते हैं?
उत्तर :- संसाधनों के दोहन के लिए कम अवधि के उद्देश्य के परियोजना से अर्थव्यवस्था में तेजी आ सकती हैं लेकिन अर्थव्यवस्था में यह तेजी लंबे समय तक नहीं रह सकती क्योंकि संसाधन असीमित नहीं है संसाधनों का कम अवधि के उद्देश्य के लिए दोहन वर्तमान पीढ़ी के लिए लाभकारी हो सकता है परंतु भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए नहीं
प्रश्न 16. जल संभर प्रबंधन क्या है इसके लाभ भी बताइए
उत्तर :- जल संभर प्रबंधन में मिट्टी एवं जल संरक्षण पर बल दिया जाता है जिससे कि जैव मात्रा उत्पादन में वृद्धि हो सके इसका प्रमुख उद्देश्य भूमि एवं जल के प्राथमिक स्त्रोतों का विकास द्वितीयक संसाधन पौधे एवं जंतुओं का उत्पादन इस प्रकार करना है जिससे पारिस्थितिकी असंतुलन पैदा ना हो सके
लाभ :- जल संभर प्रबंधन ना केवल जल संभर समुदाय का उत्पादन एवं आय बढ़ाता है बल्कि सुखे एवं बाढ़ को भी शांत करता है यह निचले बांधों एवं जलाशयों का सेवाकाल भी बढ़ाता है
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – प्रश्न 17 से 20 के उत्तर लिखिए ( शब्द सीमा 100 शब्द )
प्रश्न 17. खनिज नमक किसे कहते हैं यह साधारण नमक से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तर :- विश्व के कई भागों में ठोस लवणों का निक्षेप पाया जाता है इनमें बड़े आकार के क्रिस्टल पाए जाते हैं जो प्राय अपद्रव्य के कारण भुरे रंग के होते हैं साधारण नमक जिसे सोडियम क्लोराइड कहा जाता है मैं अपद्रव्य का अभाव होता है इसलिए श्वेत रंग के क्रिस्टल के रूप में होता है जबकि खनिज नामक में अप द्रव्य पाए जाते हैं इसलिए क्रिस्टल भूरे रंग के होते हैं
प्रश्न 18. जब साबुन को जल में डाला जाता है तो मिशेल का निर्माण क्यों होता है क्या एथेनॉल जैसे दूसरे विलायको मैं भी मिशेल का निर्माण होगा?
उत्तर :- जब साबुन को जल में डाला जाता है तो उसके अणु के दो सिरे दो भिन्न गुण-धर्मों को प्रदर्शित करते हैं जल में घुलनशील हाइड्रोफिलिक और हाइड्रोकार्बन में विलयशील हाइड्रोफोबिक यह जल में घुलनशील नहीं होते हैं पानी में डालने पर साबुन का आयनिक सिरा जल के अंदर होता है जबकि हाइड्रोकार्बन का सिरा जल के बाहर होता है जल के अंदर इन अणु की एक विशेष व्यवस्था होती है जिससे इसका हाइड्रोकार्बन सिरा जल के बाहर बना होता है ऐसा अणुओ का बड़ा गुच्छा बनने के कारण होता है इस पूरी संरचना को मिशेल कहा जाता है मिशेल के रूप में साबुन स्वच्छ करने में सक्षम होता है
प्रश्न 19. पादप में रासायनिक समन्वय किस प्रकार होता है?
उत्तर :- पादप में रासायनिक समन्वय हार्मोन द्वारा होता है पादपों में उद्दीप्त कोशिकाएं विभिन्न हारमोंस का श्रवण करती है विभिन्न पादप हार्मोन वृद्धि विकास तथा पर्यावरण के प्रति अनुक्रिया के समन्वय में सहायता करते हैं इन हार्मोन का संश्लेषण का स्थान इन के क्रिया क्षेत्र से दूर होता है और साधारण विसरण द्वारा वे क्रिया क्षेत्र तक पहुंच जाता है उदाहरण के लिए वृद्धि हार्मोन पादप प्ररोह के शीर्ष बाग में संश्लेषित होकर विभिन्न भागों में पहुंचता है जोकि कोशिका प्रवर्धन शीर्ष प्रभावन जड़ों की वृद्धि में कमी उत्पन्न करता है इस प्रकार साइटोकिनिन हार्मोन कोशिका विभाजन को उत्प्रेरित करता है और पतझड़ के मौसम में पत्तियों के गिरने के दर को बढ़ाता है
प्रश्न 20. हम ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की ओर क्यों जान दे रहे हैं?
उत्तर :- जैसे-जैसे तकनीकी का विकास हुआ है वैसे वैसे ऊर्जा की खपत भी बढ़ रही हैं हमारे जीवन के प्रत्येक कार्य में ऊर्जा की आवश्यकता होती है जैसे खाना पकाने बिजली उत्पन्न करने कल कारखानों को चलाने हेतु ऊर्जा की आवश्यकता होती है जिन्हें परंपरागत ऊर्जा स्रोतों से पूरा किया जा सकता है यदि परंपरागत ऊर्जा स्रोतों का उपयोग वर्तमान दर से होता रहा तब परंपरागत स्त्रोत किसी भी दिन समाप्त हो जाएंगे और यह ऊर्जा की मांग की आपूर्ति परंपरागत ऊर्जा स्रोतों से पूरी नहीं हो पाएगी अतः हम ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों की ओर आकर्षित हो रहे हैं
निबंधात्मक प्रश्न – प्रश्न 21 से 23 के उत्तर लिखिए ( शब्द सीमा 250 शब्द )
प्रश्न 21. प्रतिवर्ती क्रिया तथा प्रतिवर्ती चाप क्या है इस क्रिया को उदाहरण देकर समझाइए तथा इस क्रिया से होने वाले लाभ लिखिए हैं
उत्तर :- बाहर के परिवर्तनों के प्रति प्राणियों की प्रक्रियाओं दो प्रकार की होती हैं ऐच्छिक एवं अनेच्छिक क्रियाएं प्राणी की इच्छा शक्ति के अधीन नहीं होती हैं किसी गर्म वस्त्र के चुने अथवा सुई या कांटा चुभने पर हम तुरंत अपने हाथ व पैर को हटाते हैं किसी उद्दीपन के प्रति इस प्रकार के अचानक होने वाली प्रतिक्रिया ही प्रतिवर्ती क्रिया कहलाती है इन क्रियाओं का संचालन मेरुरज्जु द्वारा होता है
प्रतिवर्ती क्रियाओं में संवेदी अंग उद्दीपन को ग्रहण कर संवेदी तंतुओं द्वारा मेरुरज्जु तक पहुंचाते हैं इसके फलस्वरूप मेरुरज्जु से अनुक्रिया के लिए आवेश चालक तंतुओं द्वारा संबंधित मांसपेशियों को मिलता है और अंग अनुक्रिया करता है इस प्रकार संवेदी अंगों से संवेदना ओं को संवेदी तंतुओं द्वारा मेरुरज्जु तक आने या मेरुरज्जु से प्रेरणा के रूप में अनुक्रिया करने वाले अंगों की मांसपेशियों तक संदेश पहुंचाने वाले मार्ग को प्रतिवर्ती चाप तथा होने वाली क्रिया को प्रतिवर्ती किया करते हैं
प्रश्न 22. जैव विकास को प्रगति के समान क्यों नहीं माना जाना चाहिए समझाइए
उत्तर :- जैव विकास प्रकरण के प्रत्येक स्तर पर अनेक शाखाएं संभव है इसलिए नयी स्पीशीज की उत्पत्ति के लिए यह आवश्यक नहीं है की पहली विलुप्त हो जाए यह सब पर्यावरण पर निर्भर करता है इसका अर्थ यह भी नहीं है कि विकसित हुई नई स्पीशीज अपने पूर्वज स्पीशीज से उत्तम ही हो केवल प्राकृतिक वरण एवं अनुवांशिक विचलन के संयुक्त प्रभाव से ऐसी समष्टि बनी जिसके सदस्य पहली स्पीशीज के साथ जन्म में असमर्थ हैं आता उदाहरण के लिए गया सत्य नहीं है कि मानव का विकास चिम्पैजी से हुआ
वरुण पहले मानव एवं चिंपैंजी दोनों ही के पूर्वज सामान थे वह न चैंपिजी की तरह थे और ना मानव की तरहयह भी आवश्यक नहीं है कि पूर्वजों से विलय होने के प्रथम चरण में ही आधुनिक चिंपैंजी या मानव की उत्पत्ति हो गई होपरंतु इस बात की संभावना अधिक है कि दोनों स्पीशीज का विकास अलग-अलग ढंग से विभिन्न शाखाओं में अपने तरीके से हुआ होगा जिससे आधुनिक स्पीशीज का वर्तमान स्वरूप बना है
इस प्रकार मानव जैव विकास के शिखर पर नहीं है जैव विकास श्रंखला में उत्पन्न एक और स्पीशीज हैं अतः वास्तव में जैव विकास के सिद्धांत का अर्थ कोई वास्तविक प्रगति नहीं है बल्कि विविधताओं की उत्पत्ति एवं प्राकृतिक चयन द्वारा उसे स्वरूप देना मात्र ही विकास हैं
प्रश्न 23. प्राचीन भारत में जल प्रबंधन किस प्रकार किया जाता था बाद में इसमें क्या परिवर्तन आए और इनका क्या प्रभाव पड़ा
उत्तर :- बांध जलाशय एवं नहरों का उपयोग भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सिंचाई के लिए प्राचीन समय से किया जाता रहा है पहले इन तकनीकों का उपयोग स्थानीय लोगों द्वारा किया जाता था तथा स्थानीय निवासी उसका प्रबंधन कृषि एवं दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए करते थे जिससे जल पूरे वर्ष उपलब्ध रह सके इस भंडारित जल का नियंत्रण भली प्रकार से किया जाता था तथा जल की उपलब्धता और सदियों के अनुभव के आधार पर फसल प्रतिरूप अपनाए जाते थे सिंचाई की इन संसाधनों का प्रबंधन भी स्थानीय लोगों द्वारा किया जाता था
अंग्रेजों ने भारत आकर अन्य बातों के साथ-साथ इस पद्धति को भी बदल दिया बड़ी परियोजनाओं जैसे कि विशाल बांध तथा दूर तक जाने वाली बड़ी-बड़ी नहरों के सर्वप्रथम संकल्पना कर उन्हें क्रियान्वित करने का कार्य भी अंग्रेजों द्वारा किया गया जिसे हमारे स्वतंत्र होने पर हमारी सरकारों ने भी पूरे जोश के साथ अपनाया
इस विशाल परियोजनाओं से सिंचाई की स्थानीय तरह के उपेक्षित होते गए तथा सरकार धीरे-धीरे उनका प्रबंधन एवं प्रशासन अपने हाथ में लेते चले गए जिससे जल के स्थानीय स्त्रोतों पर स्थानीय निवासियों का नियंत्रण समाप्त हो गया
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अंतिम शब्द :-
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