नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे इस आर्टिकल में दोस्तों यह आर्टिकल शायरों के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं famous शायर मिर्जा गालिब की शायरी इस आर्टिकल में हम आज जानने वाले हैं heart touching Mirza ghalib shayari in Hindi 2023 | हार्ट टचिंग मिर्जा गालिब शायरी इन हिंदी दोस्तों जब भी फेमस शायर की बात होती है तो मिर्जा गालिब का नाम सबसे पहले आता है
मिर्जा गालिब मशहूर शायर के नाम से हर जगह अपना नाम कमा चुके हैं यह 19वीं सदी के मशहूर कवि थे यह फारसी और उर्दू के कवि हुआ करते थे इनके चर्चे वर्तमान में भी बहुत ज्यादा होते हैं और लोग अभी भी इनकी शायरियों को सुनना और पढ़ना काफी ज्यादा पसंद करते हैं इसलिए आज इस लेख में हम आपके लिए लेकर आए हैं heart touching Mirza ghalib shayari in Hindi 2023 तो चलिए दोस्तों अब हम इस लेख में आगे बढ़ते हैं
heart touching mirza ghalib shayari in hindi
हाथों की लकीरों पर मत ऐ गालिब, नसीब उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते।
मैं नादान था जो वफा को तलाश करता रहा गालिब यह न सोचा कि एक दिन अपनी सांस भी बेवफा हो जाएगी।
मेरी मोहब्बत तेरा फलसफा तेरी कहानी मेरी जुबानी, किस-किस को हम ना कहते यकीन मानो अब ये हां में भी ना है।
न था कुछ तो खुदा था, कुछ ना होता तो खुदा होता डुबोया मुझको होने ने, ना मैं होता तो क्या होता।
उड़ने दे इन परिंदों को आजाद फिजाओं में गालिब जो तेरे अपने होंगे वह लौट आएंगे।
heart touching mirza ghalib shayari in hindi 2 line
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ्तार के साथ जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा।
दर्द हो दिल में तो दवा कीजे दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजिए।
बेहद हदें पार की थी हमने कभी किसी के लिए आज उसी ने सिखा दिया मुझे हद में रहना।
बेवजह नहीं रोता इश्क में कोई गालिब जिसे खुद से बढ़कर चाहो वह रुलाता जरूर है।
अब किस-किस सितम की मिसाल दूं मैं तुमको, तुम तो हर सितम बेमिसाल करते हैं।
mirza ghalib shayari in hindi 2 line
यकीनन मुझे आज भी है इश्क है तुमसे बस अब बयां करने की आदत नहीं रही।
मशरूफ रहने का अंदाज तुम्हें तनहा ना कर दे गालिब रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज होते हैं।
जला है जिस्म जहां दिल भी जल गया होगा कुरेदते हो जो अब राख जुस्तजू क्या है।
यह ना थी हमारी क़िस्मत के विशाल ऐ यार होता, अगर और जीते रहते ,यही इंतजार होता।
उम्र भर गम के सस्ते रहना सबका नसीब है। कोई खुश रहता है तो कोई उसे हसीन समझता है।
मिर्जा गालिब शायरी इन हिंदी
मैं उन्हें छेड़ हूं और कुछ ना कहें चल निकलते जो मैं पिए होते, घर हो या भला हो जो कुछ हो काश के तुम मेरे लिए। होते।
इश्क ने गालिब निकम्मा कर दिया, वरना हम भी आदमी थे काम के।
हुई मुद्दत के गालिब मर गया, पर याद आता है वह हर एक बात पर कहना कि यूं होता तो क्या होता।
तुम ना आए तो क्या शहर ना हुई, हां मगर चैन से बसर ना हुई ,मेरा नाला सुना जमाने में एक तुम हो जिसे खबर न हुई
हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले।
मिर्जा गालिब शायरी इन हिंदी 2 line
थोड़ा कुछ इस अदा से ताल्लुक उसने गालिब के सारे उम्र अपना कसूर ढूंढते रहे।
नशे की आदत तेरी आंखों ने लगाई है ,कभी हम भी होश में जिया करते थे।
डाल रखा है मेरी मोहब्बत ने फरिश्तों को कसम कसमें कभी मांगा शिद्दत से तुझे कभी भूलने की दुआ मांगी।
उम्र भर ग़ालिब यही गलती करते रहे। धूल चेहरे पर थी हम आईना साफ करते रहे।
वह आए घर में हमारे खुदा की कुदरत हैं, कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं।
शायरी मिर्जा गालिब
बादशाह सिर्फ वक्त होता है इंसान तो यूं ही गुरूर करता है।
आता है कौन-कौन तेरे गम को बांटने गालिब तू अपनी मौत की अफवाह उड़ा के देख।
इन भूतों को खुदा से क्या मतलब तोबा तोबा खुदा खुदा कीजे।
हम तो फना हो गए उनकी आंखे देखकर ग़ालिब ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।इश्क
इश्क पर जोर नहीं है यह वह आतिश ग़ालिब की लगाए न लगे और बुझाए ना बुझे।
मिर्जा गालिब दर्द शायरी in Hindi
हैं और भी दुनिया में सुखनवर बहुत अच्छे कहते हैं कि ग़ालिब का है अंदाज ए बयां और।
कि जब भी उनका जिक्र होता है मैं अपनी मुस्कान छुपा लेती हूं और ना चाहते हुए भी यह बात कि वह इतने खास हैं मैं यह दुनिया को बता देती हूं।
उनके देखने से जो आ जाती है चेहरे पर रौनक वह समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है।
बड़ी लंबी गुफ्तगू करनी है तुम आना एक पूरी जिंदगी लेकर गुनाह करके कहां जाओगे गालिब यह जमी यह आसमा सब उसी का है।
याद तो उन्हें भी आएंगे वह लम्हे की कोई तो था जब कोई ना था।
हार्ट टचिंग मिर्जा गालिब शायरी इन हिंदी
मेरा दिल भारी है मेरी आंखें नम है एक ऐसे दर्द से जिसे मैं भूल नहीं पा रहा हूं भटक रहा हूं बिना दिशा के सांत्वना और स्नेह की तलाश में।
दाऊद बस एक सही सबक याद रखिए और इबादत में नियत साफ रखिए
हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है तुम ही कहो कि यह अंदाज एक गुफ्तगू क्या है।
तेरी दुआओं में असर हो तो मस्जिद को हिला कर दिखा नहीं तो दो घूंट पी और मस्जिद को हिलता देख।
कुछ तो तन्हाई की रातों में सहारा होता तुम ना होते सही जिक्र तुम्हारा होता।
हार्ट टचिंग मिर्जा गालिब शायरी इन हिंदी 2 line
यूं तो जालिम है जो दिल में रहकर भी मेरा ना बन सका और दिल वह फकीर है जो मुझ में रख कर भी तेरा हो गया।
आता है कौन-कौन तेरे गम को बांटने गाली तू अपनी मौत की अफवाह उड़ा कर देख।
मैंने कहा वह अजनबी है दिल ने कहा यह दिल की लगी है।
हम तो फना हो गए उनकी आंखे देखकर ग़ालिब ना जाने वो आइना कैसे देखते हो होंगे।
मोहब्बत में उनकी अना का पास रखते हैं ,हम जानकर अक्सर उन्हें नाराज रखते हैं।
मिर्जा गालिब शायरी हिंदी में
कितनी अजीब है नेकियों की जुस्तजू गालिब नमाज भी जल्दी में पढ़ते हैं फिर से गुनाह करने के लिए।
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद जो नहीं जानते वफा क्या है।
जब लगाता तीर तब इतना दर्द ना हुआ,
गालिब जख्म का एहसास तब हुआ जब कमान देखी अपने के हाथों में।
कितना खौफ होता है रात के अंधेरों में जाके पूछो उन परिंदों से जिनके घर नहीं होते।
Mirza ghalib heart touching shayari
इस सादगी पर कौन ना मर जाए ए खुदा लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।
रगों में दौड़ने फिरने के हम नहीं काईल जब आंख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है।
बेहद हदें पार की थी हमने कभी किसी के लिए आज उसी ने सिखा दिया मुझे हद में रहना।
दर्द मिन्नत कशे दवा ना हुआ सिर पर बैठा रहा दफा ना हुआ।
ना वो आ सके ना हम कभी जा सके किसी को सुना सके बस खामोश बैठे हैं उनकी यादों में ना उसने याद किया ना हम उसे भुला सके।
Heart touching Mirza ghalib quotes
यही है आज माना तो सताना किसको कहते हैं अदु के हो लिए जब तुम तो मेरा इंतहा क्यों है।
ना सुनो अगर बुरा कहे कोई ना कहो अगर बुरा करे कोई रोक लो अगर गलत चले कोई बख्श दो अगर खता करे कोई।
व्हिच इस कदर था कि कोई सोया ना रात भर पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चांद पर।
हमें पता है तुम कहीं और के मुसाफिर हो हमारा शहर तो बस यूं ही रास्ते में आया था।
खुद को मनवाने का मुझको भी हुनर आता है मैं वह कतरा हूं समंदर मेरे घर आता है।
Heart touching Mirza ghalib quotes in Hindi
कोई मेरे दिल से पूछे तीरे तीर ए नीम कश को यह खलिश कहां से होती जो जिगर के पार होता।
आईना देख के अपना सा मुंह लेकर रह गए साहब को दिल ना देने पर कितना गुरूर था।
हम तो फना हो गए उनकी आंखे देखकर ग़ालिब ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
उम्र भर ग़ालिब की भी गलती करते रहें धूल चेहरे पर थी हम आईना साफ करते रहे।
हमको उनसे वफा की है उम्मीद जो नहीं जानते वफा क्या है।
Heart touching Mirza ghalib status in Hindi
हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन दिल को खुश रखने को ग़ालिब ये ख्याल अच्छा है।
कुछ लम्हे हमने खर्च किए थे मिले नहीं सारा हिसाब जोड़ के सिरहाने रख लिया।
करने गए थे उनसे तगाफुल का हम गिला कि एक ही निगाह कि हम खाक हो गए।
सब ने पहना था बड़े शौक से कागज का लिबास जिस कदर लोग थे बारिश में नहाने वाले।
अच्छा लगता है तुम भी पढ़ते हो मुझे जाहिर नहीं होने देते यह अलग बात है।
Mirza ghalib status in Hindi
लफ्जों की तरतीब मुझे बांधने नहीं आती गालिब हम तुमको याद करते हैं सीधी सी बात है।
इश्क पर जोर नहीं है यह वह आतिश ग़ालिब की लगाई ना लगे और बुझाए ना बने।
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई दोनों को एक अदा में रजामंद कर गई।
बिजली इक कौंध गई आंखों के आगे तो क्या बात करते कि मैं लब तशन ए तकरीर भी था।
तेरे वादे पर जिए हम तो यह जान झूठ जाना की खुशी से मर न जाते अगर एतबार होता।
Mirza ghalib quotes in Hindi
गुजर जाएगा यह दौर भी गालिब जरा इत्मीनान तो रख जब खुशी ना ठहरी तो गम की क्या औकात है।
यह चंद दिनों की दुनिया है यहां संभल कर चलना गालिब यहां पलकों पर बिठाया जाता है नजरों से गिराने के लिए।
कुछ इस तरह जिंदगी को अंसा कर लिया किसी से माफी ले तो किसी को माफ कर दिया।
हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन दिल के खुश रखने को ग़ालिब ये ख्याल अच्छा है।
रेख़्ते के तुम्हें उस्ताद नहीं हो गालिब कहते हैं अगले जमाने में कोई अमीर भी था।
मिर्जा गालिब स्टेटस इन हिंदी
रद्दी तक तो ली जाती है तराजू में लिखने से पहले तुम्हें कोई परख रहा है तो इसमें बुरा क्या है।
दुख देकर सवाल करते हो तुम भी ग़ालिब कमाल करते हो देख कर पूछ लिया हाल मेरा चलो कुछ तो ख्याल करते हैं।
कर्ज की पीते थे माय लेकिन समझते थे कि हां रंगीला वेगी हमारी फाका मस्ती एक दिन।
चिपक रहा है बदन पर लहू से पैरा हन हमारी जेब को अब हाजत ए रफु क्या है।
अगर होता है इत्तेफाक तो कुछ ऐसा क्यों नहीं होता ,वह चले उसी राह पर जो मुझ पर खत्म हो।
मिर्जा गालिब कोट्स इन हिंदी
फिर उसी बेवफा पर मरते हैं फिर वही जिंदगी हमारी हैं, बेखुदी बेशक नहीं ग़ालिब कुछ तो है जिसकी परदादारी है।
मौत का एक दिन मुअय्यन है नींद क्यों रात भर नहीं आती।
होगा कोई ऐसा भी कि ग़ालिब को न जाने शायर तो वह अच्छा है पर बदनाम बहुत हैं।
मेरे पास से गुजर कर मेरा हाल तक नहीं पूछा मैं कैसे मान जाऊं कि वह दूर जाकर रोए।
गुजरे हुए लम्हों को मैं एक बार तो जी लूं कुछ ख्वाब तेरी याद दिलाने के लिए।
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Mirza ghalib quotes in हिंदी 2 लाइन
कोई उम्मीद बर नहीं आती कोई सूरत नजर नहीं आती मौत का एक दिन मुअय्यन है नींद क्यों रात भर नहीं आती।
वह आए घर में हमारे खुदा की कुदरत है कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं।
इन फूलों से पांव के घबरा गया था में जी कुछ हुआ है राह को पुर खास देखकर।
कैसे करूं भरोसा गेरो के प्यार पर यहां अपने ही लेते हैं मजा अपनों की हार पर।
सभी के नाम पर नहीं रुकती धड़कन ए दिल के भी कुछ असूल हुआ करते।